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देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को बुधवार को कुछ शर्तों के साथ अपने-अपने गंतव्य की ओर जाने की अनुमति दी गई, जिससे संकटग्रस्त लोगों को बड़ी राहत मिली। एक आदेश में, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा कि फंसे हुए लोगों के ऐसे समूहों के परिवहन के लिए बसों का उपयोग किया जाएगा और इन वाहनों को सुरक्षित किया जाएगा और बैठने में सुरक्षित सामाजिक सुरक्षा मानदंडों का पालन करना होगा।



गृह मंत्रालय के आदेश में, हालांकि, यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि कोई व्यक्ति या परिवार निजी वाहन में यात्रा कर सकता है। उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी एक आदेश में कहा “तालाबंदी के कारण, प्रवासी श्रमिक, तीर्थयात्री, पर्यटक, छात्र और अन्य व्यक्ति विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। उन्हें स्थानांतरित करने की अनुमति दी जाएगी।"


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क्या है नया आदेश

Registration of Migrants and Others for Travelling to Uttarakhand

What is New Order for Migrants -: शर्तों को सूचीबद्ध करते हुए, मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोडल अधिकारियों को नामित करना होगा और ऐसे फंसे व्यक्तियों को उनके घर वापस भेजने के लिए मानक प्रोटोकॉल विकसित करना होगा। इसमें कहा गया है कि नोडल अधिकारी अपने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे व्यक्तियों को भी पंजीकृत करेंगे।

यदि फंसे हुए व्यक्तियों का एक समूह एक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश और दूसरे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के बीच स्थानांतरित करना चाहता है, तो भेजने और प्राप्त करने वाले राज्य एक-दूसरे से परामर्श कर सकते हैं और सड़क के प्रयोग लिए सहमत हो सकते हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार, चलती व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और जो लोग स्पर्शोन्मुख पाए जाते हैं, उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी।

यह कहा गया है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश बस पारगमन मार्ग पर पड़ते हैं, ऐसे लोगों को प्राप्त राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जाने की अनुमति होगी। आदेश में कहा गया है कि अपने गंतव्य पर पहुंचने पर, स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा उनका आकलन किया जाएगा, और उन्हें घर से संगरोध में रखा जाएगा, जब तक कि मूल्यांकन के लिए लोगों को संस्थागत संगरोध में रखने की आवश्यकता न हो।


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उत्तराखंड प्रवासी कैसे करें ऑनलाइन पंजीकरण

How to Register Online to Go Home in Uttarakhand -: केंद्र सरकार के निर्देश के तुरंत बाद ही आज सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुबह-सुबह ट्वीटर के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार जल्द ही प्रदेश के जो भी नागरिक दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं उनको वापस लाने हेतु व्यवस्था करेगी। सीएम रावत ने एक लिंक भी शेयर किया।

उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई इस वेबसाइट के माध्यम से आप ऑनलाइन पंजीकरण कर उत्तराखंड सरकार के पास अपना नाम दर्ज करवा सकते हैं तथा प्रदेश सरकार आपको वापस लाने के लिए जल्द ही बस या अन्य वाहनों से वापस लाया जायेगा।

यदि आप भी ऑनलाइन पंजीकरण करना चाहते हैं तो नीचे दी गई चरणबद्ध प्रक्रिया का अनुसरण करें। 

  • आपको सबसे पहले नीचे दी गई वेबसाइट के लिंक पर जाना होगा। यह वेबसाइट उत्तराखंड सरकार द्वारा लांच की गई है। 


  • ऊपर दिए गए लिंक में जाने की बाद आपको "देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड (Dehradun Smart City Ltd.)" की आधिकारिक वेबसाइट दिखाई देगी। 
  • इस वेबसाइट पर आपको होम पेज पर एक विकल्प "प्रवासी यात्रा पंजीकरण / Migrants Travel Registration" दिखाई देगा। आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा। 
  • इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके कंप्यूटर या मोबाइल में एक नया पंजीकरण पेज खुल जायेगा जो नीचे दिखाई गई फोटो जैसा होगा। आप नीचे दिए गए लिंक पर जाकर भी इस पेज को खोल सकते हैं।




https://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php

अब आपको इस पंजीकरण पूरा भरना होगा। कृपया ध्यान दें पंजीकरण फॉर्म में पूरी सही और सत्य जानकारी भरें। यदि आपने कुछ भी गलत जानकारी भरी तो आपका पंजीकरण फॉर्म निरस्त कर दिया जायेगा। आपको इस फॉर्म में निम्नलिखित जानकारियां भरनी होगी।

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पार्ट 1 - व्यक्तिगत जानकारी (Personal Information)


  • पंजीकरण किस के द्वारा किया जा रहा है - आपके द्वारा या किसी और द्वारा (Registration By - Self  / Local Contact)
  • घोषणा (Declaration) - आपमें कोरोना के लक्षण हैं / या नहीं हैं (I don't have or Have Corona Symptoms)
  • कैटेगरी का चयन करे (Category of Traveller)
  • यात्रा करने वाले व्यक्ति का नाम (Name of Traveller)
  • यात्रा करने वाले व्यक्ति की आयु (Age of Traveller)
  • यात्रा करने वाले व्यक्ति का लिंग (Gender of Traveller)
  • यात्रा करने वाले व्यक्ति का मोबाइल नंबर (Mobile Number of Traveller)
  • आधार कार्ड नंबर (Aadhaar Card Number)
  • अन्य पहचान संख्या (Other ID Number as DL/Pan Card/Voter ID etc.)
  • इस विकल्प पर टिक करें - मैं अपने आधार कार्ड नंबर को सत्यापन के उद्देश्य से उपयोग करने के लिए अपनी सहमति देता हूं ( I hereby give my consent to use my Aadhar Card Number for verification purpose)
  • आरोग्य सेतु ऐप में आपका स्टेटस (Status in Arogya Setu App)

पार्ट 2 - उत्तराखंड से बाहर अभी कहाँ पर हैं (Present Location / Outside Uttarakhand)
  • राज्य का नाम (State Name)
  • जिले का नाम (District Name)
  • शहर का नाम (City Name)
  • परिवार के सदस्य की संख्या जो आपके साथ है और उत्तराखंड आना चाहते है (Numbers of family members staying with you & want to come back to Uttarakhand)
  • यात्रा का तरीका (Mode of Travel)

पार्ट 3 - परिवार के सदस्यों की जानकारी व उत्तराखंड में पता (Family Member Details - Address in Uttarakhand)
  • जिले का नाम (District Name)
  • तहसील / तालुका / मंडल का नाम (Tehsil/Taluk/Mandal Name)
  • गाँव / वार्ड का नाम (Village/Ward Name)


पार्ट 4 - उत्तराखंड में किस व्यक्ति को संपर्क करोगे (Contact Person in Uttarakhand)
  • व्यक्ति का नाम (Name of Person)
  • व्यक्ति का मोबाइल नंबर (Mobile Number of Person)

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पार्ट 5 - घोषणा पर टिक मार्क करें (Tick on Declarations)
  • मैं घोषणा करता हूं कि मेरे द्वारा प्रदान की गई जानकारी सटीक है और मेरे ज्ञान का सर्वश्रेष्ठ है। (I declare that the information provided by me is accurate and to the best of my knowledge.)
  • मुझे पता है कि जब मैं उत्तराखंड वापस आऊंगा तो मुझे 14 दिनों के अनिवार्य संगरोध से गुजरना पड़ सकता है। (I am aware that when I travel back to Uttarakhand I may have to undergo a mandatory 14 days Quarantine.)
  • यदि जानकारी गलत पाई जाती है तो महामारी अधिनियम या आपदा प्रबंधन अधिनियम में कार्रवाई की जा सकती है। (If information is found false action may be taken in Epidemic act or disaster management act.)

यह सभी जानकारी भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें तथा उसके बाद आपके मोबाइल में एक मेसेज आएगा कि आपका पंजीकरण फॉर्म जमा हो गया है। अब आपको बस विभाग द्वारा कॉल का इंतजार करना है। जैसे ही सरकार द्वारा गाड़ी का प्रबंध कर दिया जायेगा आपको तुरंत ही मोबाइल में मेसेज भेज दिया जायेगा।

वे सभी लोग जो अवसर का लाभ उठाते हैं, उन्हें "आरोग्य सेतु (Aarogya Setu)" ऐप का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसके माध्यम से उनकी स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी और उन्हें ट्रैक किया जा सकता है। केंद्रीय गृह सचिव ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के अध्यक्ष के रूप में अपनी क्षमता में आदेश जारी किया। गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि घरेलू संगरोध यानी होम क्वारंटियन पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों का पालन संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जाना चाहिए।


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